
नसीमखान
रायसेन,
प्रति वर्ष सम्पूर्ण विश्व में फरवरी माह के द्वीतीय मंगलवार का सुरक्षित इंटरनेट दिवस मनाया जाता है। इस क्रम में इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार सुरक्षित इंटरनेट दिवस पर रायसेन स्थित शासकीय आईटीआई में ( Safer Internet Day Celebration, Theme “Together for a Better Internet” ) जागरूकता कार्यशाला सम्पन्न हुई। कार्यशाला में एनआईसी के जिला सूचना-विज्ञान अधिकारी श्री दीपेंद्र कटियार ने युवाओं को सुरक्षित इंटरनेट दिवस विषय पर प्रस्तुतीकरण दिया। इस कार्यशाला का उद्देश्य जागरूकता बढ़ाना और इंटरनेट के सुरक्षित और जिम्मेदार उपयोग को बढ़ावा देना है।
कार्यशाला में जिला सूचना-विज्ञान अधिकारी श्री दीपेंद्र कटियार ने इंटरनेट की हानियों के बारे मे विस्तार से बताया जैसे – इंटरनेट फ़िशिंग, विशिंग, स्मिशिंग, डिजिटल अरेस्ट साइबर ठगी, इंटरनेट एडिक्शन आदि। इस दौरान सुरक्षित और जिम्मेदार इंटरनेट उपयोग विषय पर बनी वीडियो क्लिप भी दिखाई गई। साथ ही क्या-क्या सावधानियॉं बरतनी चाहिये उनको भी विस्तार से बताया गया। कभी भी कॉल्स पर अपनी संवेदनशील जानकारी जैसे ओटीपी आधार, पैन या बैंक विवरण साझा न करें। अपनी व्यक्तिगत जानकारी ऑनलाइन साझा न करें और अपनी डिजीटल पहचान को सुरक्षित रखें। अनियंत्रित आधार भुगतान सूचनाओं से सतर्क रहें। वास्तविक कूरियर सेवाएं बिना बुकिंग किए पार्सल के लिए कोई शुल्क नहीं लेती। कभी भी अज्ञात नंबरों से आने वाले लिंक पर क्लिक न करें जो केवायसी अपडेट के बहाने आपकी संवेदनशील जानकारी साझा करने के लिए निवेदन करें।
कार्यशाला में बताया गया कि उच्चलाभ के प्रति प्रेरित करने वाले ऑनलाइन निवेश ऑफरों से बचना चाहिए। कभी भी अज्ञात नंबरों से आने वाली कॉल्स पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी या पैसों से संबंधित मांग को पूरा न करें। अपने मोबाइल पर ऐप्स की नियमित जॉच करें- अनावश्यक अनुमतियॉं रद्द करें और अनुपयोगी ऐप्स को हटा दें। इसके अतिरिक्त कभी भी भुगतान प्राप्त करने के लिये क्यूआर कोड स्कैन या ओटीपी या पिन साझा न करें, ये स्कैम के तरीके हो सकते हैं। कोई सरकारी एजेंसी (पुलिस, सीबीआई, ईडी) वीडियो या वॉयस कॉल्स के माध्यम से आपकी जांच या गिफ्तारी नहीं कर सकती। कार्यशाला में शिक्षक तथा आईटीआई के प्रशिक्षणार्थी उपस्थित रहे।