
नसीमखान
रायसेन,
कलेक्टर श्री अरूण कुमार विश्वकर्मा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक तथा कलेक्टर एवं पालक/विद्यार्थी संवाद का आयोजन किया गया। कलेक्टर श्री विश्वकर्मा ने जिले में शासकीय स्कूलों में शिक्षा के स्तर को और अधिक बेहतर बनाने बैठक में उपस्थित शिक्षा विभाग के अधिकारियों, संकुल प्राचार्यो तथा शिक्षकों से विस्तृत चर्चा कर सुझाव लिए और दिशा-निर्देश भी दिए। बैठक में प्राचार्यो तथा शिक्षकों से उन्हें शैक्षणिक कार्य में आने वाली कठिनाईयों और समस्याओं के बारे में भी जानकारी ली। साथ ही पालकों से भी संवाद किया गया। उन्होंने कहा कि सप्ताह में एक दिवस प्रति शुक्रवार वह शिक्षा विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों तथा अभिभावकों की समस्याएं या शिकायतों की सुनवाई करेंगे।
कलेक्टर श्री विश्वकर्मा ने कहा कि शासकीय स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को ओर बेहतर बनाने अनुशासन, समयबद्धता और अनुकूल शैक्षणिक परिवेश जरूरी है। शिक्षकों के हाजिरी रजिस्टर पर प्रतिदिन हाजिरी दर्ज की जाए। पाठ्य पुस्तकों का समय पर वितरण हो तथा उसकी प्रविष्टि भी हो! जिला शिक्षा अधिकारी तथा संकुल प्राचार्य यह सुनिश्चित कराएं। उन्होंने अपार आईडी तथा एजुकेशन पोर्टल 3.0 पर बच्चों की प्रविष्टि की समीक्षा की। जिले में शासकीय स्कूलों में शैक्षणिक स्तर को बेहतर बनाने सभी अपने-अपने दायित्वों का गंभीरता और निष्ठा से निर्वहन करें, अब कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी प्राचार्य अपने-अपने विद्यालयों में अनुशासन और समयबद्धता बनाए रखें।
बैठक में कलेक्टर श्री विश्वकर्मा ने प्राचार्यो तथा शिक्षकों से कहा कि शिक्षा व्यवस्था से जुड़ी जमीनी स्तर की समस्याओं एवं मूलभूत आवश्यकताओं से समय-समय पर संबंधित अधिकारी को अवगत कराएं। उन्होंने निर्देश दिए कि शासकीय स्कूलों में शिक्षकों की नियमित उपस्थिति, छात्रों के परीक्षा परिणामों में सुधार और स्कूलों में आधारभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि स्कूलों की नियमित जांच की जाएगी और शिक्षा में सुधार के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। कलेक्टर द्वारा प्राचार्यों को अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लेने और समयबद्ध लक्ष्य प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करने के निर्देश भी दिए गए।
उन्होंने प्राचार्यो तथा शिक्षकों से कहा कि स्कूल में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने का प्रयास करें, लगातार अनुपस्थित बच्चों के पालकों से मिलकर उन्हें शिक्षा का महत्व बताएं और बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करें। समय-समय पर बच्चों के पालकों को बुलाकर बच्चों के सर्वांगीण विकास संबंधी चर्चा कर उन्हें शिक्षा के प्रति जागरूक करें। बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए अपने स्कूल के बच्चों का मनोबल बढ़ाएं। उन्हें हमेशा सकारात्मक सोच के साथ पढ़ाई के प्रति जागरूक करें। जिससे जिले का शिक्षा स्तर ऊंचा हो सके। कलेक्टर श्री विश्वकर्मा ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि सीएम हेल्पलाईन शिकायतों का संतुष्टिपूर्ण निराकरण कराएं, बच्चों को समय पर छात्रवृत्ति मिले। उन्होंने निर्देश दिए कि विद्यालय स्तर पर ही बच्चों के जाति प्रमाण पत्र बनवाए जाएं। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्रीमती अंजू पवन भदौरिया, जिला शिक्षा अधिकारी श्री डीडी रजक, डीपीसी, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, संकुल प्राचार्य, शिक्षक तथा पालक उपस्थित रहे।