
,,,जांजगीर चांपा छत्तीसगढ़
दिलेसर चौहान संवाददाता छग
,, छत्तीसगढ़ शासन माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी चौतरफा लड़ाई लड़ रहे हैं ,सचिवों द्वारा कलम डाउन हड़ताल, बिहान, महिलाओं द्वारा धरना प्रदर्शन, नियमितीकरण को लेकर भी कई संविदा कर्मचारियों की हड़ताल ,
कार्यालय विभाग में कार्य ठप पड़े हैं।
17,04 2023 से
19, 4 ,2023 तारीख तक तेंदूपत्ता लघु वनोपज धरना प्रदर्शन में रहेंगे फड़ मुंशी 1988 89 कार्यरत हैं ,और जन कल्याण योजना तहत लघु वनोपज तेंदूपत्ता संग्रहालय में कार्यरत हैं।
कर्मचारी संघ का चांपा वन मंडल के सामने धरना प्रदर्शन जारी है । स्मरण पत्र सपने शांतिपूर्वक रैली रैली कलेक्टर तक जाएंगे और अपनी मांगों को लेकर के ज्ञापन सौंपेंगे लघु वनोपज यूनियन जांजगीर-चांपा में 80 फड़ मुंशी हैं इसकी सुनवाई अभी तक नहीं हुई।
इस संबंध में वन मंडल अधिकारी एसडीएम कलेक्टर को भी ज्ञापन दिया जा चुका है अगर हमारी सरकार मांग नहीं मानती है ,
तो हम शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन करेंगे ,
और आगे भी उग्र आंदोलन की चेतावनी देते हुए अपनी मांगों पर डटे रहेंगे
धरना प्रदर्शन में उपस्थित अध्यक्ष खीक दास महंत, सचिव चेतन गोस्वामी, उपाध्यक्ष प्रभा शंकर, सह सचिव गिरव सिंह नायक, मीडिया प्रभारी प्रीतम लाल बिंद, एवं मुंशी के लोग अपनी मांगों को लेकर तीन दिवसीय धरना प्रदर्शन में चिलचिलाती धूप गर्मी में बैठे हैं।
उनकी पहली मांग फड़ मुंशीको नियमित कर मानदेय राशि कलेक्टर दर पर दिया जाए।
दूसरा तेंदूपत्ता फड़ मुसीबतों की हर साल नियुक्ति ना की जाए।
इस तरह देखा जाए तो पूरे छत्तीसगढ़ में संविदा नियमितीकरण को लेकर और तेंदूपत्ता संग्रहालय ,सचिवों का कलम डाउन ,इस तरह से भूपेश सरकार को इन सभी संस्थानों के विभागों को आश्वासन ही नहीं, उनकी मांगों को नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है। चेतन गोस्वामी स्पष्ट शब्दों में कह दिया है कि चुनाव होने पर अगर कांग्रेस की सरकार आती है तो हम तेंदूपत्ता लघु वनोपज थर्ड मुनियों को नियमितीकरण कर कलेक्टर दर पर मानेदय दी जाएगी मगर कांग्रेस सरकार बनने के बाद हमारी मांगों को नजरअंदाज कर दी गई जबकि अब फिर से चुनाव होने हैं तो हम सरकार को इस धरना प्रदर्शन के माध्यम से उस वादे को संज्ञान में ले रहे हैं