बेतवा पुर्नजीवन के परिणाम परिलक्षित, फिर से लहराई बेतवाबेतवा उद्गम स्थल पर जल स्त्रोत से पुनः पानी आना प्रारंभ

नसीमखान

रायसेन,
रायसेन जिले से निकलने वाली बेतवा के उद्गम स्थल पर पुनः जल स्त्रोत से पानी आना प्रारंभ हो गया है। विगत दिवस समाचार पत्रों में उद्गम स्थल पर बेतवा के सूख जाने की खबरे प्रकाशित होने के बाद शासन द्वारा गंभीरता से इस ओर प्रयास किये गये। राज्य स्तर पर भी बैठक एवं विषय विशेषज्ञों से प्राप्त सुझावों के अनुसार जिला स्तर से मौके पर जल संरक्षण के कार्य प्रारंभ किये गये । झिरी ग्राम में उद्गम स्थल के आस पास से निकाल रही झिर पर बोरी बंधान, पास में बह रहे एक नाले पर बोल्डर चेकडेम के कार्य किये गये। आगामी कार्ययोजना में आसपास के कृषकों के यहां 06 खेत तालाब, 02 बोल्डर चेकडेम, 01 तालाब सीरिज में आसपास बह रहे नालों और झिरों में बोरी बंधान कराये जाने के साथ ही आगामी सीजन में वृक्षारोपण के साथ ही बेतवा को अविरल बनाये रखने हेतु जल संरक्षण के कार्य स्वीकृत किये जा रहे है। शासन द्वारा किये गये प्रारंभिक प्रयासों से ही बेतवा पुर्नजीवन का प्रयास परिलक्षित होने लगा है।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, वन मण्डलाधिकारी वन मण्डल सामान्य औबेदुल्लागंज, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व गौहरगंज, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, सहायक यंत्री जनपद पंचायत, पर्यावरण विद श्री सुभाष पाण्डे सहित अन्य अधिकारियों के साथ शुक्रवार को स्थल निरीक्षण कर बेतवा उद्गम स्थल पर किये जा रहे कार्यो का अवलोकन किया गया। उन्होंने कार्ययोजना अनुसार कार्य कराये जाने के संबंधितों को निर्देश दिये गये। सीईओ जिला पंचायत ने विभागीय अधिकारियों को बताया कि पूरे कैचमेंट एरिया हेतु विस्तृत कार्ययोजना पर कार्य किया जा रहा है। हमें अपने प्रारंभिक कार्यों को समय सीमा में पूर्ण कर बेतवा को अविरल बनाये रखना है।

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