
भोपाल मध्यप्रदेश
रहली कॉलेज में जनभागीदारी समिति से चल रही क्लासों को बंद करके शासकीय मद से क्लासों को संचालित करने की मांग युवा नेताओं द्वारा की जा रही है इसी बीच छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का मामला समाने आया जहां कुछ युवा नेता बनने के चक्कर में अपने राजनीति दांवपेच खेल रहे हैं तो कुछ अपना दवाब बनने के लिए नेतागिरी से ग्रामीण क्षेत्र के छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ आंदोलन के नाम पर खिलवाड़ कर रहे हैं बता दें कि रहली शासकीय महाविद्यालय में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं ने इस आंदोलन में अपना जन समर्थन नहीं देने की बात कही क्योंकि यहां पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं ने कहा कि हमारी क्लासेस रेगुलर चल रही हैं और ना हमें राजनीति करना है ना हमें राजनीति से मतलब है जबरन हमारे ऊपर दबाव बनाकर इस आंदोलन में जन समर्थन देने की बात की जा रही है कुछ लोगों के द्वारा कॉलेज के ग्रुप से अलग होने की धमकी दी जा रही है हड़ताल पर बैठे कुछ युवा नेता अपनी नेतागिरी चमकाने के चक्कर में कालेज प्रबंधन को कोसते नजर आ रहे हैं आए दिन यह युवा नेता कॉलेज में आंदोलन करते नजर आते हैं कभी कॉलेज में तालाबंदी तो कभी नारेबाजी अपनी नेतागिरी के चक्कर में कुछ छात्र छात्राओं के भविष्य के साथ यह नेता खिलवाड़ करते नजर आ रहे हैं अनशन पर बैठे युवा नेताओं के आरोप ये भी है कि जनभागीदारी की क्लासेस रेगुलर संचालित नही होती है||
बही जब कुछ छात्रों से कक्षाएं रेगुलर न लगने के संबंध में बात की तो उन्होंने बताया कि हम लोगों से जबरदस्ती कहा जा रहा है कि अनशन पर बैठो जबकि क्लासेज रेगुलर चल रही हैं और हमें टीचर पढ़ा भी रहे आज बच्चों ने मिलकर कॉलेज प्रिंसिपल को ज्ञापन दिया हम लोगों से जबरदस्ती अनशन पर बैठने के लिए कहा जा रहा है जबकि हमें कोई प्रॉब्लम नहीं है हमारी क्लासेज रेगुलर चल रही हैं