
रिपोर्टर दीपक कुमार गर्ग
एक ओर जहाँ मध्यप्रदेश सरकार के द्वारा ग्राम पंचायतो के सर्वांगीण विकास के लिए पंचायती राज व्यवस्था को और भी ज्यादा सशक्त व मजबूत बनाने की दिशा मे सतत प्रयासरत है इसी क्रम मे सरकार के द्वारा ग्राम पंचायतो मे होने वाली समस्त आय व व्यय को ग्राम पंचायत के निवासियो के निगरानी मे रखने के लिए पंचायत दर्पण नामक पोर्टल का विस्तार किया गया है जिसमे ग्राम पंचायत के अन्दर होने वाले समस्त भुगतान के साफ सुथरे बिल की छायाप्रति को अपलोड किया जा सके और ग्राम पंचायत मे होने वाले समस्त भुगतान की जानकारी सभी को रहे इसके लिए ग्राम पंचायत में मूलभूत चौदहवें वित्त व पंद्रहमे वित्त पंचायत को टैक्स वसूली की योजनाओं से पंचायत की खाते में राशि आती है, जिससे पंचायत की आवश्यकता अनुसार खर्च किया जाता है और पंचायत दर्पण मे भुगतान होने वाले बिलो की छायाप्रति धूधले रूप मे अपलोड की जाती है जिससे होने वाले भुगतान को आम जनों से छुपाया जा सके लेकिन शहडोल जिले के जनपद पंचायत जयसिंहनगर के अधिकतर पंचायतो मे शासकीय बजट का पैसा विकास के बजाय फर्जी बिल लगाकर बन्दरबाँट करके किया जा रहा है, जो सरकार व जनता के पैसे को सरपंच, सचिव व संबंधित विभाग में बैठे आला अफसर की मिलीभगत दर्शाता है।
क्या है मामला
शहडोल जिले के जनपद पंचायत जयसिंहनगर के ग्राम पंचायत बराछ में ग्राम पंचायत के जिम्मेदारो के द्वारा फर्जी बिल लगाकर शासकीय राशि का उपयोग आम जन के विकास करने के बजाए जिम्मेदारो के द्वारा बड़े ही ईमानदारी के साथ मिलजुल कर हजम कर रहे हैं। दरअसल जो भी बिल लगे हैं पैसा तो निकल गया है लेकिन समझ में नहीं आता है कि यह बिल किस काम का बिल है और राशि कितनी है और इस बिल मे मटेरियल क्या ख़रीदा गया है ग्राम पंचायत बराछ के सरपंच-सचिव की जुगलजोड़ी के द्वारा अधिकांश बिलो का भुगतान श्रीधर ट्रेडर्स के नाम पर किया गया है लेकिन प्राप्त जानकारी के अनुसार इस फर्म के नाम पर कोई भी व्यावसायिक प्रतिष्ठान का संचालन जमीन पर तो कही भी नहीं दिख रहा है सरपंच-सचिव द्वारा भारी मात्रा मे इसी फर्म के नाम पर बिलो का भुगतान कर दिया गया ग्राम पंचायत में आज भी बुनियादी मूलभूत समस्या बनी हुई है। जिसके समाधान करने के बजाए सरकारी धन का खुला दुरुपयोग सरपंच व सचिव की जोड़ी के द्वारा किया जा रहा है। जिस पर कोई भी अंकुश नहीं लगाया जा रहा है। ग्राम पंचायत बराछ के जिम्मेदारो के द्वारा पंचायती राज अधिनियम के सभी नियमो को ताक मे रखते हुए अपने नियम व कायदे क़ानून से ग्राम पंचायतो का संचालन मनमाने तरीके से किया जा रहा है ग्राम पंचायत के विकास में व्यय करने के लिए जो राशि आती है वो राशि ग्राम पंचायत के जिम्मेदारो के लिए चारागाह साबित हो रही है। जनपद पंचायत जयसिंहनगर के अधिकांश ग्राम पंचायत मे इस तरह की मनमानी अपने चरमसीमा मे है लेकिन जिम्मेदारो की चुप्पी तो इनके मनोबल को और भी बढ़ा रही है
सीईओ जनपद पंचायत जयसिंहनगर अशोक मरावी का कहना है धुंधले बिल नही लगाना चाहिए अगर ऐसा बिल लग रहा है तो गलत नहीं मैं दिखवाता हूं