
नसीमखान
रायसेन,
किशोर न्याय समिति माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर से शौर्या दीदी का कांसेप्ट नोट के पालन में महिला बाल विकास विभाग के निर्देशानुसार बुधवार को एक दिवसीय शौर्या दीदी एवं शौर्या दल के सदस्यों का ऑफलाइन/ऑनलाइन प्रशिक्षण जिला महिला एवं बाल विकास विभाग कार्यालय में आयोजित किया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री दीपक संकत द्वारा शोर्या दल योजना के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया। पुलिस विभाग से महिला थाना प्रभारी सुश्री पूनम सविता द्वारा महिलाओं से सम्बंधित कानूनों एवं ऊर्जा डेस्क की कार्यप्रणाली के सम्बन्ध में जानकारी दी गई। उन्होंने महिलाओं और बालिकाओं के साथ होने वाली अपराध की घटनाओं से बचाव के उपाए भी बताए गए।
प्रशिक्षण में मास्टर्स ट्रेनर्स श्रीमती वंदना शर्मा द्वारा महिला हिंसा, बाल हिंसा तथा मानसिक स्थिति परामर्श के बारे में जानकारी प्रदान की गई। मास्टर्स ट्रेनर्स श्रीमती दर्शना शक्या द्वारा बालिकाओ एवं महिलाओ की शिक्षा के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान की गई। मास्टर्स ट्रेनर्स श्रीमती निर्मला राजपूत एवं श्रीमती रीना कुशवाह द्वारा शौर्या दलों द्वारा बाल विवाह की रोकथाम में भूमिका के बारे में बताया गया।
प्रशिक्षण के दौरान ऑनलाईन सत्र में महिला एवं बाल विकास विभाग से संयुक्त संचालक श्री अमिताभ अवस्थी द्वारा शौर्या दल की रूपरेखा के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान की गई। माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर से माननीय न्यायधीश अनिल कुमार पाठक द्वारा लैंगिक अपराधों से पीड़ित बालकों के पुनर्वास एवं सहायता के सम्बन्ध में शौर्या दल/शौर्या दीदी की भूमिका के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। राष्ट्रीय फोरेंसिक साइंस युनिवर्सिटी गांधीनगर गुजरात की वरिष्ठ अधिकारी डॉ शुभम ठुकराल द्वारा भी ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही शौर्या दल एवं शौर्या दीदी द्वारा मानसिक स्वास्थ के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान की गई।