
जांजगीर चांपा छत्तीसगढ़
,,,सूरत कोर्ट में राहुल गांधी को 2 साल की सजा पर छत्तीसगढ़ में रोष व्याप्त मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बयान सामने आया,
मामला 2019 का है ,
एक कार्यक्रम के दौरान राहुल गांधी ने मोदी के सरनेम पर जो बयान दिया था ,
इस बयान पर विशेष समूह समाज पर दोस पाते हुए अदालत ने उन्हें 2 साल की सजा सुनाई थी ।
हालांकि उन्हें 20 दिन के लिए जमानत तुरंत मिल गया था।
फिर भी अगर राजनीतिक नजरिए से देखा जाए ,
तो राहुल गांधी की गिरफ्तारी और जमानत एक राजनीति द्वेष भावना से की गई ।
बी एस पी पार्टी नेता मायावती ने भी ट्वीट कर कहा कि राजनीतिक द्वेष भावना देश हित में नहीं, वहीं केजरीवाल के आम आदमी पार्टी ने भी ट्वीट कर कहा कि राहुल गांधी के साथ यह अच्छा नहीं हुआ ।वह कर्नाटक से सांसद थे, जो उनकी सदस्यता समाप्त कर दी गई ,
लोकसभा पैनल से का नाम हटा देना राजनीत,से प्रेरित है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे जीने भी लोकसभा सदस्यता एवं कोर्ट के फैसले पर कहा राहुल गांधी हमारे सम्मानीय नेता मार्गदर्शक है उनके एवं कांग्रेस पार्टी के सम्मानीय नेता है, जिसे इस तरह से अपमानित करना भाजपा वालों को शोभा नहीं देता ,।
भाजपा के इशारे पर ही ई डी, सीडी ,लोकतंत्र के न्यायपालिका भी दुरुपयोग कर रही।
भाजपा अपनी खामियों को छुपाने के लिए लोकतंत्र का गला घोट उपयोग कर रही है।
उन्होंने सीबीआई जैसे संस्थाओं को भी कंट्रोल कर रखा है। छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल ने लोकसभा सदस्यता से अयोग्य करार दिए जाने,की निंदा करते हुए कहा कि राहुल गांधी के ऊपर विशेष समुदाय का नीरज मोदी ,गोपाल मोदी ,नरेंद्र मोदी मोदी समाज के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचने की वजह से उस पर उन 2019 केस दर्ज करवाया गया था ।
जिसका सूरत कोर्ट ने फैसला करते हुए 2 साल की सजा सुनाई। मगर मोदी ने क्या किया किसी से छुपा नहीं है जो देश को नीरज मोदी, अडानी जैसे लोगों को बेच रहा है इसकी भी जांच होनी चाहिए के अंडाणी के मंत्र में क्या है हमें भी बताएं।
राहुल गांधी का लोकसभा के सदस्यता से भी वंचित होना पड़ा। कुल मिलाकर यह कांग्रेश और भाजपा की तलवारे म्यान से निकल चुकी है। आगामी चुनाव में जनता इसका फैसला करेगी अब सभी राजनीतिक पार्टी बिखरे हुए विपक्ष भी इस मुद्दे पर एकजुट होकर विरोध कर रहे हैं ।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा की राजनीतिक में इस तरह के दांव पेच कांग्रेस पार्टी को उनके मनोबल को नहीं तोड़ सकती ।छत्तीसगढ़ शांत प्रदेश ने इस बार भाजपा का 14 सीटों में दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू पायेगा। छत्तीसगढ़ में राहुल गांधी के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय महाधिवेशन का सफल कार्य नियोजन को भाजपा सहन नहीं कर पा रही l