
दीपक शोभवानी की रिपोर्ट
रायगढ़ आपने ऐसी आम शादियों के बारे में सुना होगा वर और वधू पक्ष के लोग उपस्थित होकर दोनो का विवाह करवाते है। विवाह के सारे कार्यक्रम या तो उनके घरों में कराई जाती है या विवाह घर अथवा होटल को चुना जाता है।
लेकिन आज वर वधु पक्ष के लोगों ने दोनो के विवाह के लिए रायगढ़ जिला जेल भवन को चुना।
ताजा दोनो पक्ष के लोगों के अलावा पूरा जिला जेल प्रबंधन विवाह कार्यक्रम का सहयोगी और साक्षी बना। जिला जेलर ने एस पी कुर्रे ने विवाह कार्यक्रम को सम्पन्न कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। साथ ही वर वधु को खुशहाल वैवाहिक जीवन जीने की शुभ कामनाएं भी दी।
आपको बता दें कि वर डॉ सूर्यकांत तिवारी जिला जेल में रेप के आरोप में पिछले मार्च महीने से ही निरुद्ध रहा है। वहीं वधु डा.आकांक्षा मिश्रा संबंधित मामले में शिकायत कर्ता रही हैं। वधु की रिपोर्ट के आधार पर वर पिछले पांच महीने से जिला जेल रायगढ़ में बंद रहा है।
जेलर श्री कुर्रे ने बताया कि वर_वधु पूर्व से परिचित रहे हैं। दोनो में आपसी संबंध भी रहा है लेकिन किसी स्थिति में विवाद होने पर वधु ने पुलिस में शिकायत की थी। हालाकि दोनो पक्ष के लोगों ने आपसी बातचीत में यह तय कर लिया किया दोनो का विवाह कर विवाद को खत्म करना चाहिए। जिसके बाद वधु के साथ उसके परिजनों ने माननीय न्यायालय के समक्ष अपने अधिवक्ता के माध्यम से आवेदन देकर विवाह करने की इच्छा जताई। जिस पर न्यायालय ने स्वीकृति देते हुए जेल प्रबंधन को विवाह सम्पन्न कराने का निर्देश जारी किया।
इस तरह रायगढ़ जिला जेल परिसर में दोनो का विवाह विधि विधान से किए जाने की तैयारियां शुरू हो गई।
इस क्रम में आज दोपहर वर और वधू पक्ष के परिजनों की उपस्थिति में जिला जेल रायगढ़ परिसर के अंदर यह पहला अनोखा विवाह सम्पन्न कराया गया। जेलर श्री कुर्रे ने इस विवाह कार्यक्रम को शहर और जिले के लिए गौरव शाली घटना बताई।