
नसीम खान संपादक
सांची,,,प्रा लघु वनोपज अंतर्गत आने वाले 12 फडो पर तेंदूपत्ता संग्राहकों ने पत्ता तुडाई कर समितियों को सौंप दिया परन्तु एक महीने का लंबा अंतराल गुजरने के बाद भी संग्राहकों को भुगतान नहीं हो सका जिससे संग्राहकों के सामने पेट पालना मुश्किल हो गया है तथा भुगतान के लिए यहां वहां भटकने पर मजबूर होना पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार शासन वनविभाग अंतर्गत लघु वनोपज समितियों को तेंदू पत्ता संग्राहण का जिम्मा सौंपा गया है यह समिति वनश्रमिको से तेंदू पत्ता संग्राहण कर श्रमिकों को भुगतान करती है परन्तु श्रमिकों के सामने तब गंभीर समस्या खड़ी हो जाती है जब तेंदू पत्ता संग्राहण करने वाले श्रमिकों को लंबा अंतराल गुजरने के बाद भी अपनी मजदूरी के लिए यहां वहां भटकने पर मजबूर होना पड़ता है जिससे इन मजदूरों के सामने अपना व अपने परिवार का पालन करने की इस बढ़ी मंहगाई में दर-दर भटकने पर मजबूर होना पड़ता है इन मजदूरों के भुगतान की चिंता न तो जिम्मेदार समिति को ही रहती है तथा इन समितियों पर नियंत्रण रखने वाले नोडल अधिकारी के साथ ही वन विभाग के जिम्मेदार ही सुध लेने की जहमत उठा पाते हैं जिससे इन श्रमिकों को अपने भुगतान के लिए दर दर ठोकरें खाने पर मजबूर होना पड़ता है इस संग्राहण के लिए वन समिति सलामतपुर अंतर्गत लगने वाले तेंदू पत्ता संग्राहण फड आमखेड़ा गुलगांव सलामतपुर बारला सालेरा अंडोल बहेड पोहरा करोंद चांदना डाबरा हकीमखेडी के लगभग बारह ग्राम जहां पर तेंदूपत्ता संग्राहण फड लगाये जाते हैं तथा इन फडो पर तेंदूपत्ता संग्राहण करने में शामिल श्रमिकों में मुख्य रूप से गुड्डी बाई नब्बाबाई कोमल सिंह उमाशंकर सहित अनेक मजदूर शामिल हैं फडो पर श्रमिकों द्वारा मेहनत मजदूरी कर जंगल से तेंदू पत्ता तोड़ कर समितियों को सौंपा जाता है इसके बदले यह समिति शासन के नियमानुसार इन श्रमिकों को भुगतान करती है परन्तु एक माह से अधिक समय फडो को बन्द हुए गुजर गया परन्तु इन गरीब मजदूरों को अपने भुगतान के लिए यहां वहां भटकने पर मजबूर होना पड़ रहा है तब यह मजदूर अपने भुगतान पाने के लिए दूसरी जगह मजदूरी करने से भी वंचित हो रहे हैं तथा इस लगाये मजदूर समिति के चक्कर काट रहे हैं परन्तु कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल पा रहा है जिससे इनके सामने पेट भरने की समस्या खड़ी हो गई है। एक तरफ सरकार मजदूरों को उनकी मजदूरी का समय पर भुगतान करने कवायद करती है परन्तु जिम्मेदारी निभाने वाले सरकार की छवि को तो पलीता लगा ही रहे हैं बल्कि इन मजदूरों को दर-दर भटकने छोड़ दिया गया है। इस मामले में इनका कहना है।।
हम लगातार श्रमिकों का भुगतान करने का प्रयास कर रहे हैं तथा हमने हमारी सभी प्रकिया 6 जून को पूरी कर दी गई थी तथा यह भुगतान शासन की लाडली बहना योजना के कारण बैंक द्वारा नहीं किया जा रहा है जिससे यह भुगतान में विलंब हो रहा है हम श्रमिकों के भुगतान हेतु प्रयास रत है आशा है एक दो दिन में भुगतान हो जायेगा । बालाराम जाटव नोडल अधिकारी सलामतपुर