
जांजगीर चांपा छत्तीसगढ़
प्रदेश रिपोर्टर, दिलेश्वर चौहान
मुख्यमंत्री विष्णु देव सांय कल रायपुर में छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के आठवीं प्रांतीय सम्मेलन कार्यक्रम में शामिल हुए ।
इस अवसर पर उन्होंने छत्तीसगढ़ी राज भाषा में लिखित पुस्तकों का विमोचन भी किया ।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ी भाषा केवल संवाद का माध्यम नहीं है, हमें यह एक दूसरे से जोड़ती है ।
छत्तीसगढ़ियों के बीच इस बोली से संबंध और मजबूत होते हैं ।
एक दूसरे के प्रति प्रेम और मिठास बढ़ता है।
मुख्यमंत्री ने राजधानी रायपुर में छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के आठवें प्रांतीय सम्मेलन में कहा कि हमारे संत कबीर महात्माओं ने भी अपने स्लोक,वचन से छत्तीसगढ़ी भाषा के माध्यम से समाज में एक अलग पहचान बनाया।
आज भी उनके ग्रंथ पुस्तकों को पढ़कर उनके बारे में जानकारी हासिल किया जा सकता है।
उन्होंने छत्तीसगढ़ बोली को छत्तीसगढ़ राजभाषा की गुत्तुर मिठास का लोगों के बीच पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।
उन्होंने कहा कि यह केवल संवाद का माध्यम नहीं है हमें एक दूसरे के करीब लाकर प्रेम भाईचारा से जोड़ती है। छत्तीसगढ़ी राजभाषा का समृद्ध इतिहास है।
छत्तीसगढ़ी साहित्य को बढ़ावा देने के लिए हर वर्ष ऐसे आयोजन होते रहेंगे। और छत्तीसगढ़ी साहित्यकारों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ी भाषा की लिपिक स्कूलों पाठशालाओं में भी पढ़ाई लिखाई जाए।