
जांजगीर चांपा छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ की सत्ता परिवर्तन होते ही विष्णु देव सांय, के सत्ता संभालते ही सोशल मीडिया पर सायं सायं पर ट्रेड होने लगा था।
कई तरह के यूजर्स वीडियो बनाकर मुख्यमंत्री से मांग कर रहे थे ,कि वह सायं सायं फैसला ले।
छत्तीसगढ़ में सायं का मतलब जल्दी-जल्दी होता है।
मतलब विष्णु देव सायं नाम के अनुरूप काम करें, तो जनता में भी काम का मैसेज भी पहुंचेगी,जल्दी, सायं से।
कंवर समाज के उत्सव में पहुंचे मुख्यमंत्री विष्णु देव एवं उनकी पत्नी कौशल्या देवी सायं, ने भी सायं सायं काम करने की बात कही है।
क्योंकि कवंर समाज ही नहीं पूरे छत्तीसगढ़ की जनता मुख्यमंत्री जी से कुछ ज्यादा ही आशा करते हैं वाकई इस वक्त छत्तीसगढ़ आदिवासी बहुल प्रदेश है।
और मुख्यमंत्री भी आदिवासी होने के कारण आशा ही नहीं बल्कि अपना राज अपनी सरकार के तौर पर देखते हैं।
मुख्यमंत्री ने अपने वक्तव्य में कहा कि मेरे लिए बड़ी खुशी का दिन है मुझे, कंवर रत्न ,से सम्मानित किया गया।
कंवर समाज के छोटे से कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री बनने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद।
यह पूरी कवंर समाज का सम्मान है मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के गौरव के साथ-साथ जिम्मेदारी भी बढ़ गई है मैं जीवन भर समाज का आभारी रहूंगा ।
आप लोगों से आशीर्वाद मांगने आया मुझे विश्वास है ,कि पद के दायित्व को निभाने के लिए पूरे समाज का साथ मिलेगा
समाज में गेहिरा गुरु जैसे संत हुए, राजनीति के क्षेत्र में भी हमारा समाज का इतिहास है। इसके साथ ही उन्होंने ने टाटीबंध स्थित समाज के भवन में निर्माण के लिए 50 लख रुपए देने की घोषणा की।
रविवार को इंडोर स्टेडियम में कंवर गौरव सम्मान समारोह का कार्यक्रम आयोजित किया गया कंवर समाज सम्मान समारोह कार्यक्रम में विष्णु देव मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी कौशल्या देवी सायं ।
सहित वरिष्ठ आदिवासी नेता नंद कुमार सायं, ननकी राम कंवर पूर्व विधायक पूर्व विधायक चिंतामणि महाराज, पूर्व मंत्री रामसेवक पैकरा। शामिल हुए।